क्या है प्लॉट लोन और आपके लिए कितना है उपयोगी?

घर खरीदने के मामले में आज के समय में लोगों की पहली पसंद फ्लैट हो गई है। लेकिन, अपनी जमीन पर घर होने का आनंद अलग ही होता है। अगर आप भी अपनी जमीन पर घर बनवाना चाहते हैं और जमीन खरीदने की सोच रहे हैं तो यह ब्लॉग आपके लिए है। दरअसल, प्लॉट खरीदने के दौरान सबसे बड़ी चुनौती फंड को लेकर आती है। ऐसे में हमारे दिमाग में प्लॉट लोन का विकल्प सबसे पहले आता है। आपको बतादें कि यह एक बेहद ही महत्वपूर्ण वित्तीय साधन है जो आपके सपने को हकीकत में बदल सकता है। तो चलिए इस ब्लॉग की मदद से हम इस बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं।

क्या होता है प्लॉट लोन?

अगर सरल भाषा में समझें तो भूमि या प्लॉट लोन एक ऐसा संसाधन है जो आपको वित्तीय संस्थान के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। इसकी मदद से आप भूमि का एक टुकड़ा खरीद सकते हैं। यह होम लोन की तरह ही होता है, लेकिन होम लोन इंटरेस्ट रेट की तुलना में प्लॉट लोन इंटरेस्ट रेट ज्यादा हो सकता है, जोकि वित्तीय संस्थान के नियम व शर्तों पर निर्भर करता है। इस रकम से खरीदी गई भूमि पर आप आवासीय या व्यवसायिक किसी भी तरह का निर्माण करा सकते हैं। अगर आप भूमि खरीदने के तुरंत बाद उस पर निर्माण कराना चाहते हैं तो इस लोन के साथ एक कंस्ट्रक्शन लोन भी ले सकते हैं। इसे अक्सर संयुक्त प्रस्ताव के रूप में पेश किया जाता है।

होम लोन और प्लॉट लोन में अंतर

वैसे तो दोनों ही लोन का उद्देश्य आवास से जुड़ा होता है लेकिन, दोनों में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होता है:

·         उद्देश्यः होम लोन तैयार या फिर निर्माणाधीन घर खरीदने के लिए होता है। जबकि, प्लॉट लोन का उद्देश्य खाली पड़ी जमीन का टुकड़ा खरीदना होता है।

·         लोन राशिः प्लॉट लोन में प्रस्तावित राशि 70 से 80 फीसद तक ही होती है जबकि होम लोन में यह 90 फीसद तक हो सकता है।

·         ब्याज दरः होम लोन इंटरेस्ट रेट और प्लॉट लोन की ब्याज दर में एक से दो फीसद का अंतर हो सकता है।

·         टैक्स लाभः आयकर अधिनियम की धारा 24बी और 80सी के तहत होम लोन पर टैक्स में छूट मिलती है, जबकि प्लॉट लोन पर इस तरह की कोई छूट नहीं मिलती है। हाँ अगर आप प्लॉट लोन लेने के बाद कंस्ट्रक्शन लोन लेते हैं तो इसमें आपको टैक्स लाभ मिल सकता है।

प्लॉट लोन के लिए पात्रता

वित्तीय संस्थाएं इस तरह के लोन देने से पहले आपकी पात्रता को कई मानदंडों पर परखते हैं:

1. आयः वित्तीय संस्थानों के मुताबिक आपकी आय इतनी होनी चाहिए कि आप अपनी मासिक किस्त आसानी से चुका सकें। वित्तीय संस्थाएं आपकी कुल आय की तुलना मौजूदा लोन और प्रस्तावित लोन के साथ करती हैं।

2. उम्रः वित्तीय संस्थाएं 18 से 65 वर्ष की आयु के लोगों को ही लोन देते हैं, यहां 70 वर्ष की उम्र तक लोन चुका देने की शर्त होती है।

3. क्रेडिट स्कोरः आपका क्रेडिट स्कोर यह तय करता है कि आपके लोन की राशि क्या होगी और आपके लोन पर कितना ब्याज दर लगेगा।

4. प्लॉट का लोकेशनः वित्तीय संस्थाएं आमतौर पर शहरी या नगर निगम की सीमा के भीतर स्थित जमीन के लिए ही लोन देते हैं।

5. लोन टू वैल्यूः वित्तीय संस्थाएं आपको प्लॉट लोन की कुल वैल्यू का 70 फीसद तक ही लोन दे सकते हैं, बाकि का 30 फीसद आपको खुद अदा करना होता है।

जरूरी दस्तावेज

आप अगर प्लॉट लोन के लिए आवेदन दे रहे हैं तो कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं :

  • पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस
  • निवास प्रमाण: बिजली बिल, पासपोर्ट, आधार कार्ड
  • आय प्रमाण: सैलरी स्लिप (नौकरीपेशा के लिए), इनकम टैक्स रिटर्न (ITR), फॉर्म 16
  • बैंक स्टेटमेंट: पिछले 6-12 महीनों का बैंक स्टेटमेंट
  • ज़मीन के दस्तावेज़: ज़मीन का मालिकाना हक़ साबित करने वाले कागज़ात, सेल डीड, टाइटल डीड और अन्य कानूनी दस्तावेज़।

प्लॉट लोन के फायदे और नुकसान

फायदे

·         अपना घरः इसकी मदद से आप अपनी पसंद की जगह पर आपना घर पूरी आजादी से बना सकते हैं।

·         निवेशः प्लॉट के लिए निवेश करना एक अच्छा निर्णय होता है, समय के साथ इसका मूल्य बढ़ता है।

·         फ्लेक्सिबिलिटीः अपने प्लॉट पर आप अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी कंस्ट्रक्शन कर सकते हैं।

नुकसान

·         टैक्स लाभः प्लॉट लोन में आपको टैक्स लाभ नहीं मिलता है।

·         कम राशिः वित्तीय संस्थाएं जमीन की कुल लागत का केवल एक ही हिस्सा फाइनेंस करती है।

इन बातों का रखें ध्यान

अपना प्लॉट खरीदना निवेश के उद्देश्य से बहुत ही अच्छा निर्णय है। लेकिन, सबसे पहले आपको सभी दस्तावेजों की जांच कानूनी रूप से करा लेनी चाहिए। यह लोन आपको अपने हिसाब से अपना घर बनाने का अवसर देता है। हालांकि, इस निर्णय को लेने से पहले आपको सभी पहलुओं जैसे कि, ब्याज दर, टैक्स लाभ और दस्तावेजों को अच्छी तरह से जांच लेना चाहिए। साथ ही इस मामले के किसी जानकार से आपको परामर्श भी लेना चाहिए।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *